योग एवं आयुर्वेद द्वारा पर्यावरण संरक्षण
विश्व पर्यावरण दिवस पर डॉ खूबचंद बघेल शास. स्नातकोत्तर महा. भिलाई-3 के एनसीसी कैडेट्स द्वारा 'विश्व पर्यावरण दिवस' पर विभिन्न रचनात्मक कार्य कर पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।
दस दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम के पांचवें दिन सूर्य नमस्कार एवं विभिन्न आसन एवं प्राणायाम का प्रशिक्षण श्री शंभू प्रसाद कुशवाहा, दृष्टांग योग एवं वेलनेस सेंटर, भिलाई द्वारा कैडेट्स को प्रदान किया गया। पूर्व आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ रामभजन सिंह ने आयुर्वेद एवं योग की हमारे दिनचर्या में महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्राचीन भारतीय योग एवं आयुर्वेद, प्रकृति द्वारा ही हमारी समस्याओं का प्राकृतिक एवं निशुल्क समाधान है और इस को अपनाने से प्रकृति को कोई नुकसान नहीं होता बल्कि प्रकृति और संरक्षित होती है। उन्होंने युवाओं को योग को दिनचर्या में शामिल करने हेतु प्रेरित किया।
डॉ अल्पना देशपांडे, सहायक प्राध्यापक एवं कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस द्वारा बच्चों को पॉलिथीन के उपयोग से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए पॉलिथीन के पुनः उपयोग के विभिन्न तरीके भी बताये गये।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ रीना मजूमदार मजूमदार द्वारा कैडेट्स को पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई गई एवं उनका पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में 30 से अधिक नीम, बरगद, पीपल, करंज आदि जंगली पौधों का रोपण कैडेट्स द्वारा किया गया। कैडेट्स द्वारा पॉलिथीन फ्री कैंपस के तहत कैंपस में बिखरे पॉलिथीन कचरा को बीन कर एवं एकत्रित कर उनके निष्पादन हेतु नगर पालिका निगम को कहा गया।
कैडेट्स द्वारा पर्यावरण संरक्षण जागरूकता हेतु रैली भी निकाली गई एवं घर-घर जाकर पर्यावरण संरक्षण, पॉलिथीन के पर्यावरणीय नुकसान एवं उसके रोकने हेतु जागरूकता फैलाने के लिए घर-घर जाकर हैंडमेड पांपलेट का वितरण किया गया एवं उन्हें जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में क्रीड़ा अधिकारी डॉ रमेश त्रिपाठी, शैलेंद्र कुशवाहा, दास जी, महाविद्यालय के 45 से अधिक कैडेट्स तथा शासकीय आईटीआई के कैडेट्स भी उपस्थित थे।